आबकारी नियमों को दरकिनार रख मनमानी पर उतारू है जय स्तम शराब ठेकेदार
शराब ठेकेदार भाजपा नेता के सामने नतमस्तक हुआ आबकारी विभाग
रीवा : रीवा जिले के जय स्तंभ शराब इन दिनों खुलेआम मनमानी पर उतारू है खुलेआम आबकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है अहाता तो 1 अप्रैल से बंद हो गया है किंतु जय स्तम शराब दुकान का आहाता अभी भी चालू है फर्क बस इतना है कि पहले अंदर बैठाकर पिलाया जाता था किंतु अब शराब ठेकेदार द्वारा दुकान के बाहर ठेला लगवा कर खुलेआम शराब पिलाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि शराब दुकान भाजपा नेता सिरमौर नगर अध्यक्ष संदीप सिंह की है इसीलिए इनके द्वारा खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं गौरतलब है कि अंग्रेजी हो या फिर देसी शराब दुकान सभी दुकानों में प्रिंट रेट से 100 से 200 रुपए अधिक दर पर बेची जा रही है, साथ ही शराब की दुकानों पर रेट लिस्ट भी नहीं लगी है।
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वहीं शराब की मिल रही शिकायत के बावजूद पुलिस-प्रशासन व आबकारी विभाग कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार आसपास के लोगों द्वारा बताया गया कि शराब दुकान से एक बीयर की बाेतल ली तो सेल्समैन द्वारा प्रिंट रेट से अधिक 50 रुपए अतिरिक्त लिए गए जिसका विरोध करने पर सेल्समैन झगड़ा करने लगा।
शहर में संचालित अंग्रेजी और देशी शराब दुकानों पर जमकर ओवर रेट में शराब बेची जा रही है। यह सब अबकारी विभाग के अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है। इस कारण से वे शराब दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। भाजपा नेता शराब दुकान ठेकेदारों की मनमानी पूरी तरह विभाग पर हावी है। नियमों को दरकिनार करने वाले ठेकेदारों ने शराब दुकानों पर ना तो रेट लिस्ट लगाई है और ना ही चेतावनी के बोर्ड लगा रखे हैं। जबकि यह दोनों ही अनिवार्य हैं।
इस ओर आबकारी विभाग के सर्कल ऑफीसर को सख्ती दिखानी चाहिए, लेकिन भाजपा नेता शराब ठेकेदार की दबाव में शायद उन्हें यह सब नजर नहीं आ रहा। ऐसे में बिना बिल, मनमाने रेट पर शराब बेच रहे ठेकेदारों के अपने नियम इस जिले में चल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार समय अवधि के पहले ही शराब दुकान खुल जाती है और रात्रि में पूरी रात शराब दुकान खोल कर बिक्री की जाती है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शराब दुकानों पर काम करने वाले सेल्समैन मिलावटी शराब बेचने में भी काफी माहिर हैं।
देसी शराब के क्वार्टर व बोतल में यह लोग आसानी से उसका ढक्कन खोलकर पानी की मिलावट कर बचे रहे हैं। शराब पीने वाले लोग यह सब जानते हैं, लेकिन झगड़े के डर के कारण यह लोग ज्यादा कुछ बोल नहीं पाते क्यों किया शराब दुकान भाजपा नेता सिरमौर नगर अध्यक्ष नगर है इसीलिए विरोध किए बिना ही शराब खरीदकर चलते जाते हैं। आखिर क्या इस भाजपा नेता के लिए कोई आबकारी नियम नहीं है क्या आबकारी विभाग नतमस्तक हो गया है इस भाजपा नेता शराब ठेकेदार के लिए आखिर नियम बना ही क्यों जाते हैं क्या आम जनमानस के लिए ही नियम कानून है इस भाजपा नेता शराब ठेकेदार के लिए कोई नियम कानून नहीं है।