मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ का बयान शनिवार को सुर्खियों में आ गया।
कमलनाथ ने सिंधी समाज के कार्यक्रम में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि
सिंधी समाज ने भाजपा का साथ दिया, लेकिन भाजपा ने सिंधी समाज को धोखा ही दिया।
यहां तक कि सभी जानते हैं कि आडवाणीजी का क्या हाल किया, यह बताने की जरूरत नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार को राजधानी भोपाल के हलालपुर स्थित सिटी गार्डन में थे।
वे यहां सिंधी समाज के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में हिस्सा लेने आए थे।
कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि सिंधी समाज ने बीजेपी का साथ दिया,
लेकिन बीजेपी ने कभी सिंधी समाज का साथ नहीं दिया।
बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी का क्या हाल कर दिया, सभी को पता है।
कांग्रेस की सरकार बनी तो सिंधी समाज की समस्याओं को हल किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आगे कहा कि सिंधी समाज संस्कृति का प्रतीक है।
भारत में विभिन्न संस्कृति और समाज के लोग निवास करते हैं,
वहां सबका सम्मान करना सिंधी समाज की संस्कृति है।
कट्टरपंथी और सांप्रदायिकता की बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि हम दिल जोड़ते हैं,
संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं। भारत जैसा देश विश्व में नहीं है। इतने धर्म पूरे विश्व में कहीं नहीं।
इतनी जातियां कहीं नहीं, इतनी भाषाएं कहीं नहीं, इतन देवी-देवताएं कहीं नहीं, इतने त्योहार कहीं नहीं है।
हम दक्षिण जाते हैं तो हमारा पैजामा भी धोती और लुंगी बन जाती है।
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पूरा विश्व भारत को आश्चर्य से देखता है। यह भारत एक झंडे से जुड़ा है। यही कांग्रेस की संस्कृति है।
आज देश में क्या हो रहा है। मणिपुर में क्या हो रहा है। आदिवासी और गैरआदिवासियों के घर तोड़े गए।
पंजाब में खालिस्तान के नारे लग रहे हैं। आज हमारी संस्कृति खतरे में हैं।
आपको इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।
कमलनाथ ने कहा कि गांव में सब भाई-बहन के रूप में रहते हैं, क्या हम इसे कायम रखना चाहते हैं।
आज यह प्रयास किया जा रहा है कि कैसे हम बांटे,
क्योंकि सब एक रहेंगे तो एक रहने की आवाज बहुत ऊंची हो जाएगी।
कमलनाथ ने कहा कि सिंधी समाज व्यावसाय से जुड़े हैं।
आप यह समझते हैं, बुद्धिजीवी है। यह आपको तय करना है कि हम आगे कैसा मध्यप्रदेश चाहते हैं।
आज के नौजवानों और बुजुर्गों की दुनिया कुछ और हो गई है। आज कितना परिवर्तन हो रहा है,
नौजवानों की सोच में कितना परिवर्तन हो रहा है। सबसे बड़ी चुनौती है नौजवानों का भविष्य।
भाजपा ने आडवाणीजी का क्या हाल किया,
कमलनाथ ने लोगों को एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि 2018 में मैं एक सिंधी परिवार की शादी में गया।
सभी सिंधी थे। हमारी सरकार थी। आप कांग्रेस का साथ दीजिएगा।
80 प्रतिशत लोगों ने कहा हम तो आडवाणीजी के साथ हैं। इस पर मैंने उनकी तारीफ भी की।
लेकिन, आपको अहसास करना होगा कि आडवाणीजी का क्या हाल हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।
सिंधी समाज के लोगों ने काफी समर्थन भाजपा को दिया।
लेकिन, बदले में सिंधी समाज को धोखा मिला। यह आपको समझना है।
हमने सौदेबाजी नहीं की,
कमलनाथ ने बताया कि हमारी सरकार 15 माह चली, मैं भी सौदा कर सकता था।
एक विधायक आया उसने कहा कि मुझे इतना पैसा मिला है।
लेकिन मैंने कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता। सरकार जाए, लेकिन मैं सौदा नहीं करूंगा। वो सौदा करें तो करें।
कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि केवल मुंह चलाने से और
घोषणाएं करने से प्रदेश नहीं चलता है। 18 माह बाद उन्हें बहनों की, संविदाकर्मचारियों की याद आ रही है।
किसी को चप्पल तो किसी को छाते बांटने की बात कह रहे हैं,
लेकिन मध्यप्रदेश की जनता बिकाऊ नहीं हैं, वो सब समझती है।