अमर रिपब्लिक भोपाल। इंटरनेट मीडिया पर बेटियां असुरक्षित हैं।
अब तक सड़क पर मनचलों से ही बेटियां परेशान रहती थीं,
लेकिन जब से इंटरनेट मीडिया से जुड़े अलग-अलग प्लेटफार्म चलन में आए हैं,
तब से ये प्लेटफॉर्म बेटियों के लिए मुसीबत बन गए हैं।
आज हम आपको इंटरनेट मीडिया कैसे बेटियों के लिए असुरक्षित है और
उनके लिए किस तरह की मुसीबतें पैदा कर रहे हैं ये बताते के लिए ऐसे तीन अपराधों के बारे में बता रहे हैं,
जो लगातार बढ़ रहे हैं।
1. साइबर बुलिंग: इसका मतलब है किसी का फेसबुक, इंस्टा या
अन्य कोई प्लेटफार्म पर बना अकाउंट का उपयोग कोई और करे या
फिर इसके लिए उस पर दबाव बनाया जाए जिसका की अकाउंट है।
इसके बाद उसकी आइडी का उपयोग कर उसकी आइडी से अश्लील पोस्ट डालना।
उसे बदनाम करने के लिए उसके फोटो अपलोड करना,अश्लील कमेंट डालना,
इस तरह के अपराध लगातार हो रहे हैं और तेजी से बढ़ रहे हैं।
2. स्टाकिंग: स्टाकिंग को डिजिटल छेड़छाड़ भी कहा जा सकता है।
इंटरनेट मीडिया के जरिये बेटियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है।
उन्हें अश्लील मैसेज भेजकर परेशान किया जा रहा है।
फोटो निकालकर उन पर अश्लील कमेंट कर परेशान किया जा रहा है।
एक माह में ही ऐसी 4 घटनाएं सामने आई जिनमें आरोपी ने स्टाकिंग कर ब्लैकमेलिंग तक की है।
3. मार्फिंग: यह काम हैकर द्वारा किया जा रह्य है।
फेसबुक, इंस्टा आइडी हैक करने के बाद फोटो निकालकर इन्हें एडिट किया जाता है।
फोटो में अश्लील कंटेंट जोड़कर इन्हें वायरल किया जाता है। ऐसा कर ब्लैकमेल कर हैकर पैसे भी ऐंठ रहे हैं।
आपको बचाएगी स्मार्ट पैरेंटिंग
इंटरनेट मीडिया पर बेटियों के साथ हो रहे अपराधों से आप उन्हें बचा सकते हैं और
इसके लिए स्मार्ट पैरेंटिंग की जरुरत है। अपनी बेटियों को समझाएं कि अपनी प्रोफाइल हमेशा लॉक रखें।
किसी भी अंजान शख्स की फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर उसे स्वीकार न करें, ऐसे ही लोग खतरा बनते हैं।
बेटियों को सुरक्षित रखने के लिए स्मार्ट पैरेंटिंग करते हुए पैरेंट्स बाजार में ऐसे एप्स,
सिक्योरिटी टूल्स हासिल करें जिनके जरिए वो बच्चे इंटरनेट पर क्या कंटेंट सर्च कर रहे हैं,
दोस्तों से क्या बात कर रहे हैं, इसकी निगरानी कर सकें। बता दें कि ऐसे टूल्स बाजार में उपलब्ध हैं।