Amar republic , New delhi : सबकुछ योजना के मुताबिक हुआ तो मध्य प्रदेश में बनने वाला देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट इंदौर के पास होगा. क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा ये एयरपोर्ट इंदौर-भोपाल के बीच बनेगा।
इसके लिए जमीन देवास- सोनकच्छ और चापड़ा के बीच तय की गई है. उद्योग विभाग ने इसके लिए करीब 25 हजार एकड़ जमीन की तलाश कर ली है. बताया जाता है कि इस जमीन से भोपाल-इंदौर रोड, भोपाल- जयपुर रोड, शाजापुर-देवास रोड और नरसिंहगढ़ को आपस में जोड़ा जाएगा।
उद्योग विभाग ने इस जमीन की तलाश इसलिए की है, क्योंकि उसका मानना है कि राज्य के 40 फीसदी उद्योग इंदौर, देवास, पीथमपुर में है और डीएमआईसी के पास भी है. सरकार अब इसी इलाके पर फोकस करेगी. इन इलाकों में होने वाला विकास अब इसी जमीन के आसपास होगा. यहीं लॉजिस्टिक हब बनेगा या कोई उद्योग लगेगा।
कई पैमानों पर परखी जाएगी जमीन
बताया जाता है कि इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने भी स्वीकृति दे दी है. मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (Madhya Pradesh Industrial Development Corporation Ltd) जमीन की योजना को लेकर शासन को प्रस्ताव दे दिया है।
इसके बाद अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपने स्तर जमीन के साथ-साथ बाकी योजना पर काम करेगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी कई पैमानों पर जमीन को परखेगा और उसके बाद ही नए एयरपोर्ट का काम शुरू किया जाएगा।
मौसम पर विशेष ध्यान
जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट बनाने के लिए जिन तथ्यों पर प्रशासन काम करेगा उनमें मौसम की अहम भूमिका होगी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ये देखेगी कि इंदौर, देवास, सोनकच्छ में सालभर मौसम कैसा रहता है. यहां आंधी-तूफान कब आते हैं, बारिश कब होती है. कुल मिलाकर ये देखा जाएगा कि विमानों को किस तरह के मौसम से दो-चार होना पड़ेगा।
प्रोजेक्ट पर अलग टीम कर रही काम
इस प्रोजेक्ट पर मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की एक अलग टीम काम कर रही है. बताया जाता है कि इस एयरपोर्ट से पैसेंजर और कार्गो पर तो फोकस किया ही जाएगा, साथ ही लॉजिस्टिक को भी बढ़ावा दिया जाएगा. औद्योगिक निवेश एवं नीति प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और प्रमुख सचिव संजय शुक्ल इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन संजीव कुमार से चर्चा कर चुके हैं।