मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश में आगामी 4 माह बाद 230 सीटो पर विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे देखते हुए सियासी पार्टी भाजपा, कांग्रेस एवं अन्य दल अब चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं, बात करे मध्यप्रदेश में भाजपा की तो यहा भाजपा का जनाधार खिसका हुआ नजर आ रहा है।
वही कर्नाटक चुनाव मे कांग्रेस कि एतिहासिक जीत के बाद मध्यप्रदेश में तो क्या पूरे भारत का सियासी माहौल ही बदल गया है, आपको बताते चलें कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अल्पमत में भी आकर सरकार बना ली थी, वही भाजपा बहूमत का आकड़ा नही छू सकी।
REWA में 53 करोड़ की लागत से बनेगा CM RISE SCHOOL भवन, रीवा कलेक्टर ने किया निरीक्षण
मध्यप्रदेश में कांग्रेस कि सरकार तो बनी लेकिन 16 माह बाद भाजपा ने ऐसी चाल चली कि कांग्रेस नेता रहे सिंधिया के कारण कांग्रेस की सरकार धडाम से गिर गई, और भाजपा ने कांग्रेस के कई विधायको को खरीद लिया, और सरकार बना ली।
इस बार 2023 के चुनाव मे कांग्रेस मे वही 2018 का माहौल देखा जा रहा है, भाजपा जहा 200 सीटो का सपना देख रही है, वही कांग्रेस भी भाजपा से कम नहीं है, और बहूमत के 140 से 150 के आकड़े पर चल रही है।
एक सर्वे के मुताबिक मध्यप्रदेश में भाजपा का जनाधार खिसका हुआ है, भाजपा को 100 सीट ही मिलने का अनुमान लगाया गया है, ऐसे में भाजपा नेता काफी घबराए हुए भी है, और जमीन तलाश रहे हैं।
फिलहाल मध्यप्रदेश की जनता जनार्दन किस पार्टी के सिर शेहरा बांधेगी, और किस पार्टी को धूल चटाएगी, यह आने वाला समय ही बताएगा।