मऊगंज/ रीवा : आजादी के बाद से कुछ अपवाद छोड़ दें तो मऊगंज में या तो बाहरी ने राज किया या सत्ता विरोधी विधायक बनें और जो खुद जद्दोजहद करते रहे वो जनता का दूर दूर तक कोई भला नहीं कर सके।, ऐसे में जनता के हिस्से में अनेक दुश्वारीयां ही जनता की नियति बनती रही।लोकतंत्र में जनता का वोट लेने के बाद जनता की मूलभूत समस्याओं के निराकरण में कभी भी किसी पार्टी या नेता ने कभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।, कांग्रेस, बीजेपी हो या बी,एस पी सभी के सिद्धांत भले ही अलग हो लेकिन जनता के शोषण के मामले में ऐतिहासिक एकरूपता दिखाते हुए क्षेत्र और क्षेत्र की जनता का जी भर कर शोषण करते रहे।
भारत में पासपोर्ट बनवाने की क्या है पूरी प्रक्रिया ? आइये इसे सवाल जबाब के माध्यम से जानते हैं।
ऐसे में अपने शोषण और अत्याचार से अजीज जनता के बीच जब आम आदमी पार्टी ने आमद दी तो नेताओं से बेजार जनता में एक वह उम्मीद देखी जा सकती है जो बेवजह नहीं है।वह इसलिए कि इस क्षेत्र की जनता अवसरवादी बाहरी नेताओं से जब तंग आ चुकी थी तब स्थानीय नेता पं उमेश त्रिपाठी को आम आदमी पार्टी संभावित उम्मीदवार के तौर पर सामने ला रही है।राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में उमेश त्रिपाठी काफी अर्से से अपने ऐसे योगदान के लिए जाने जाते हैं जिसकी अपेक्षा पीड़ित और परेशान लोग हमेशा अन्य नेताओं से करते रहे लेकिन हमेशा निराश होते रहे।लेकिन अब जनचर्चाओं के मुताबिक अब जनता के निराशा के बादल छंटने की पूरी संभावना है और आम आदमी पार्टी के प्रयासों से विकास की बरसात की आस जनता में देखी जा रही है।