MAUGANJ NEWS : सारंग को सारंग गहे सारंग पहुंचे आय, नहीं बोलूं तो प्रीत घटे और बोलूं तो सारंग जाए, जाने किस प्रकार यह व्यंग्य राजनीति से जुड़ा हुआ है
इस दोहे का साधारण सा अर्थ है जिसमें सांप और मोर की लड़ाई है और मोर, बादल का प्रेम से है, कि क्या करूं क्या ना करूं धर्म संकट की…