सतना : जनपद पंचायत नागौद की ग्राम पंचायत रहिकवारा में बृहद स्तर आवास घोटाला हुआ जांच भी हुई जांच टीम भी गठित की गई कुछ लोगों को जेल भी भेजा गया मगर फिर सब कुछ एकदम से ठंडा हो गया सवाल ये उठता है कि जिन्होंने घोटाला किया उनके पास पैसा आ गया जांच को ठंडे बस्ते में डालकर आला अधिकारियों ने बाकी के उच्च अधिकारियों को बचा लिया मगर हितग्राहियों का क्या जिनके आवास गए दोबारा उन्हें आवास योजना का लाभ मिलेगा नहीं।
अगर भविष्य में सरकार ने उन घरों को किसी अन्य योजना का लाभ भी देने के बारे में सोचा और वह पहले से लाभान्वित दिखे तो भविष्य में उन्हें किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिलेगा आखिर जिनके साथ अन्याय हुआ उनके साथ न्याय कौन करेगा..?
अभी हाल ही में अभी हाल ही में रहिकवारा से कुछ लोगों ने यह भी जानकारी दी की आवास योजना में जो जियो टैगिंग होती है वह है जो रहिकवारा के तत्कालीन सहायक सचिव रहे जियो टैगिंग की थी अनंत स्थान की शो हो रही है अतः नए प्रभारी सहायक सचिव को आवास की जियो टैगिंग में भी काफी कठिनाई जा रही हैं।
सवाल यह है की आखिर जियो जब सैटेलाइट द्वारा और लाइव लोकेशन पर चलती है तो फिर विगत दिनों हुई जियो टैगिंग में रहिकवारा की लोकेशन का कोड क्यों नहीं आ रहा आखिर जियो टैगिंग हुई कहां से और यह कैसे संभव है इसका जवाब भी जल्द आला अधिकारियों से लिया जाएगा और आवास योजना में हुए घोटाले की जवाबदेही जिन अधिकारियों की थी।
भारतीय लोकतंत्र में जनता मालिक है और जनता को जानने योग्य आवश्यक बातें……..
उन्होंने अपना काम सही ढंग से क्यों नहीं किया आखिर उन्होंने जिम्मेदारी सही तरीके से क्यों नहीं निभाई अगर उन्होंने ध्यान दे दिया होता तो आज 75 लोगों के घरों से छत चोरी नहीं हुई होती तमाम तरह के सवालात खड़े हो रहे हैं जिसका जवाब ग्राउंड जीरो पर जल्दी हमारी टीम द्वारा जाकर निकाला जाएगा।