कोविड टीकाकरण की तर्ज पर अब यूविन पोर्टल के द्वारा 0-5 वर्ष तक बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा।
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 का सुभारंभ 7 अगस्त 2023 से होगा।
नियमित टीकाकरण दिवसों के अलावा 0 से 5 वर्ष तक ऐसे बच्चे जो किसी कारण वश
किसी भी टीके से वंचित रह गये है।
उन सब बच्चो एवं गर्भवती महिलाओं को सघन मिशन इन्द्रधनुष 50 का अयोजन तीन चरणों में किया जायेगा,
समस्त छूटे हुए बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जावेगा।
मिशनधनुष का प्रथम चरण दिनांक 7 से 11 अगस्त 2023. दूसरा चरण 11 से 16 सितम्बकर 2023 एवं
तीसरा चरण 09 से 14 अक्टूबर 2023 में किया जावेगा।
जिससे 0 से 5: वर्ष तक के छूटे बच्चो को टीकाकृत किया जावेगा,
किन्हीं कारणों से अपनी नियमित टीकाकरण खुराक से वंचित रह गये है या छूट गए है।
ऐसे समस्त बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को 7 से 11 अगस्त 2023 के मध्य टीकाकरण कराया जायेगा।
भारत सरकार द्वारा पूरे देश में एक साथ सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है,
जिसमें रीवा जिले में भी यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है,
जिसकी तैयारियां स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्ण की जा चुकी है।
डूयू बच्चों एवं गर्भवती माताओ का पंजीयन कोविन पोर्टल में किया जा रहा है।
रजिस्टेशन उपरांत 7 अगस्त 2023 से कोविन पोर्टल पर बच्चों एवं गर्भवती माताओं को टीकाकृत किया जावेगा।
कोविड टीकाकरण की तर्ज पर अब यूविन पोर्टल के द्वारा 0-5 वर्ष तक बच्चों का टीकाकरण किया जावेगा।
सर्व प्रथम बच्चे का रजिस्टेशन फिर वेरीफिकेशन इसके बाद वैक्सीनेशन किया जावेगा,
वैक्सीनेशन के पश्चात बच्चे अथवा गर्भवती माताओं को डिजीटल साटीफिकेट (MCP Card) पोर्टल मे जनरेट होगा
और हितग्राही का प्रदाय किया जावेगा हितग्राही स्वयं डाउनलोड कर सकेगा।
साथ कोविन पोर्टल पर यह भी सुविधा रहेगी की बच्चे या गर्भवती माताओ को टीका लगवाना है
तो घर पर बैठे बैठे आनलाइन स्लाट बुक कर आयोजित टीकाकरण सत्र मे निर्धारित समय दिनांक मे जाकर
बच्चे का टीकाकरण करवाया जा सकता है।
रजिस्टेशन के समय माता, पिता, अथवा अभिभावक किसी का पहचान पत्र एवं मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है।
आई.एम.आई. 5.0 अभियान के दौरान मुस्लिम समुदाय, सिक्स समाज, ईसाई समाज, आदि के
टीकाकरण की सफलता हेतु डॉ. बी. एल. मिश्रा जी मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी रीवा द्वारा अपील की गई है कि पूर्व में राष्ट्रीय पल्स पोलियो, घलगोटू, स्माल फाक्स, आदि
बीमारियो का उन्मूलन किया जा चुका है। आप सभी के सहयोग से किया जा चुका है।
भारत सरकार द्वारा मिजिल्स निर्मूलन का लक्ष्य दिसंबर 2023 रखा गया है।
खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो ज्यादातर बच्चों को प्रभावित करती है।
यह संक्रमित व्यक्तियों के नाक, मुंह या गले से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है।
प्रारंभिक लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के 10-12 दिन बाद दिखाई देते हैं,
उनमें तेज बुखार, नाक बहना, आंखों से खून आना और मुंह के अंदर छोटे सफेद धब्बे शामिल हैं।
कई दिनों के बाद, एक दाने विकसित हो जाता है, जो चेहरे और ऊपरी गर्दन पर शुरू होता है और
धीरे-धीरे नीचे की ओर फैलता है। रूबेला एक तीव्र, आमतौर पर हल्का एक्सेंथेमेटस बुखार है,
जो दुनिया भर में अतिसंवेदनशील बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है।
अतः आप सभी से अपील है कि खसरा के दोनो टीको को अवश्य लगवाये और देश एवं प्रदेश को खसरा मुक्त बनाये।